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नक्सली आतंक के खात्मे के कगार पर भारत : प्रधानमंत्री मोदी

Posted on: 2025-10-20
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पणजी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत नक्सल-माओवादी आतंक को उखाड़ फेंकने के कगार पर है और इस संकट से मुक्त हुए 100 से ज्यादा जिले इस साल गरिमापूर्ण ढंग से दिवाली मनाएंगे.

गोवा तट पर आईएनएस विक्रांत पर सशस्त्र बलों को संबोधित करते हुए मोदी ने सुरक्षा बलों की बहादुरी की सराहना की और कहा कि उन्होंने माओवादी आतंक के खिलाफ महत्वपूर्ण सफलताएं हासिल की हैं और एक दशक पहले के 125 जिलों से उनके प्रभाव को घटाकर केवल 11 जिलों तक सीमित कर दिया है.

प्रधानमंत्री ने कहा, \"यह हमारे सुरक्षा बलों के पराक्रम और साहस का ही परिणाम है कि देश ने पिछले कुछ वर्षों में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. यह उपलब्धि माओवादी आतंकवाद के उन्मूलन से संबंधित है. देश नक्सल-माओवादी आतंक से मुक्ति के कगार पर है.\"

125 जिले माओवादी हिंसा की चपेट में
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश भर में लगभग 125 जिले माओवादी हिंसा की चपेट में थे और पिछले एक दशक में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण अब यह संख्या घटकर केवल 11 रह गई है. उन्होंने कहा, \"इन 11 जिलों में से केवल तीन जिले ही अब उनके प्रभाव में हैं.\"

प्रधानमंत्री ने कहा, \"100 से अधिक जिले अब माओवादी आतंक से मुक्त हैं और पहली बार खुली हवा में सांस ले रहे हैं और शानदार दिवाली मना रहे हैं.\" उन्होंने कहा, \"ऐसे कई जिलों में लोग पहली बार दिवाली मना रहे हैं. जीएसटी बचत उत्सव के दौरान इन इलाकों में रिकॉर्ड बिक्री और खरीदारी हो रही है. जिन जिलों में कभी माओवादी आतंक के कारण संविधान का जिक्र तक नहीं होता था, वहां अब स्वदेशी का मंत्र गूंज रहा है

लड़ाई में धैर्य की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद शायद पहली बार पुलिस बलों को इतनी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है और पिछले 10 सालों में उन्हें विश्वास है कि पिछले 50 सालों का यह अभिशाप परास्त हो जाएगा. उन्होंने कहा, \"उन्होंने (पुलिस बलों ने) 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है.\" उन्होंने जोर देकर कहा कि देश के भीतर चल रही लड़ाई में बहुत धैर्य की जरूरत होती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसी निर्दोष की जान न जाए.

उन्होंने कहा कि कुछ इलाके ऐसे भी थे, जहां माओवादियों ने स्कूल, सड़कें और अस्पताल नहीं बनने दिए, स्कूलों और अस्पतालों को उड़ा दिया और डॉक्टरों को गोलियों से भून दिया. पीएम मोदी ने कहा कि उन्हीं इलाकों में राजमार्ग बन रहे हैं, नए व्यवसाय पनप रहे हैं और स्कूल और अस्पताल बच्चों के लिए एक नया भविष्य गढ़ रहे हैं.

\'सुरक्षा बलों की तपस्या\'
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सफलताएं सुरक्षा बलों की तपस्या, त्याग और साहस के कारण मिली हैं. मोदी ने कहा, \"मुझे खुशी है कि पहली बार देश के ऐसे कई जिलों के लोग गर्व, सम्मान और गरिमा के साथ दिवाली मना रहे हैं.\" उन्होंने माओवादी आतंक के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे बहादुर पुलिस बलों को भी सलाम किया.

प्रधानमंत्री ने कहा कि माओवादी आतंक के खिलाफ सफलताएं उन कई पुलिसकर्मियों के बलिदान के कारण मिली हैं जिन्होंने अपना एक अंग खो दिया है, व्हीलचेयर से उतरना मुश्किल है, लेकिन फिर भी उनमें लड़ने का वही जुनून है.

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